
हरियाणा की कुश्ती जगत में हाल ही में हुए एक बड़े मुकाबले के बाद, विनेश फोगाट ने शानदार जीत हासिल की, जो उनके करियर का एक और महत्वपूर्ण मोड़ है। इस जीत ने एक बार फिर से उन्हें सुर्खियों में ला दिया है। हालांकि, इस विजय पर जहां एक तरफ खेल जगत ने उनकी सराहना की, वहीं भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह ने उनकी इस जीत पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।
बृज भूषण की प्रतिक्रिया: ‘जहां जाएगी, सत्यानाश’
बृज भूषण शरण सिंह, जो खुद विवादों में रहे हैं, ने विनेश फोगाट की जीत पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “जहां जाएगी, सत्यानाश”, यानी जहाँ भी विनेश फोगाट जाएगी, वहां सब कुछ बर्बाद हो जाएगा। यह बयान न केवल उनके और विनेश के बीच की टकरावपूर्ण संबंधों की ओर इशारा करता है, बल्कि एक बार फिर से दोनों के बीच की कटुता को उजागर करता है।
बृज भूषण और विनेश फोगाट के बीच विवाद
यह कोई नई बात नहीं है कि बृज भूषण और विनेश फोगाट के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। बृज भूषण पर कई महिला पहलवानों, जिनमें विनेश फोगाट भी शामिल हैं, ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। इन आरोपों के चलते भारतीय कुश्ती जगत में हंगामा मच गया था, और इस मुद्दे पर व्यापक बहस हुई थी। विनेश ने खुलकर बृज भूषण के खिलाफ आवाज उठाई थी और उनके खिलाफ न्याय की मांग की थी।
विनेश फोगाट की प्रतिक्रिया
विनेश फोगाट ने अपनी जीत के बाद बृज भूषण के बयान का सीधे तौर पर कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन उनकी जीत खुद एक मजबूत संदेश के रूप में देखी जा रही है। उनके समर्थकों का मानना है कि यह जीत बृज भूषण के खिलाफ उनकी लंबी लड़ाई में उनकी ताकत और संघर्ष का प्रतीक है। विनेश ने खेल में अपने प्रदर्शन से यह साबित कर दिया है कि चाहे जितनी भी चुनौतियाँ हों, वे अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।
कुश्ती में विनेश की यात्रा
विनेश फोगाट का कुश्ती में सफर संघर्ष और समर्पण की कहानी है। उन्होंने अपने करियर में कई अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया है। हाल ही में, उन्होंने चोट और विवादों से जूझते हुए एक बार फिर से खुद को साबित किया और हरियाणा में अपनी जीत से यह दिखाया कि वह न केवल एक अद्भुत खिलाड़ी हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी बेहद मजबूत हैं।
भविष्य की राह
हालांकि बृज भूषण के बयान ने एक बार फिर विवाद को हवा दी है, लेकिन विनेश फोगाट अपने प्रदर्शन और जीत के साथ आगे बढ़ रही हैं। भारतीय कुश्ती के भविष्य में उनके योगदान को नकारा नहीं जा सकता, और वे अपनी जीत से अपने आलोचकों को लगातार जवाब दे रही हैं।
निष्कर्ष
बृज भूषण शरण सिंह के बयान और विनेश फोगाट की जीत ने एक बार फिर से भारतीय कुश्ती जगत में चर्चा को जन्म दिया है। जहां बृज भूषण का बयान उनकी नाराजगी और कटुता को दर्शाता है, वहीं विनेश फोगाट की जीत ने यह साबित किया है कि वह किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। उनका संघर्ष और समर्पण युवाओं के लिए प्रेरणादायक है और यह उनके मजबूत इरादों की कहानी को दर्शाता है